हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार (Haryana Government) ने राज्य कर्मचारियों एवं पेंशन भोगियों (Employees and Pensioners) को राहत देते हुए बड़ा ऐलान किया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल (CM Manohar Lal Khattar) ने महंगाई भत्ता (Dearness Allowance) मूल वेतन के 17 फीसदी से बढ़ाकर 28 फीसदी करने का निर्णय किया है. खट्टर सरकार ने केंद्र की तर्ज पर इस बढ़ोतरी की घोषणा की है.
केंद्र सरकार ने भी हाल ही कर्मचारियों के महंगाई भत्ता को 17 फीसदी से बढ़ाकर 28 फीसदी करने का निर्णय लिया था. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने इसकी जानकारी दी थी. जिसके बाद अब हरियाणा में राज्य सरकार के कर्मचारियों के भत्ता बढ़ाए जाने की घोषणा से कर्मियों में उत्साह बढ़ गया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि ये बढ़ी हुई दर 1 जुलाई 2021 से लागू होगी. महंगाई दर में बढ़ोतरी से हरियाणा के 2 लाख 85 हजार कर्मचारियों और 2 लाख 62 हजार पैंशनरों को सीधा लाभ होगा.
क्या होता है डीए?
महंगाई भत्ता की शुरुआत दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान हुई थी. उस वक्त सिपाहियों को खाने और दूसरी सुविधाओं के लिए तनख्वाह से अलग यह पैसा दिया जाता था. उस वक्त इसे खाद्य महंगाई भत्ता या डियरनेस फूड अलाउंस (Dearness food allowance) कहते थे. भारत में मुंबई से 1972 में सबसे पहले महंगाई भत्ते की शुरुआत हुई थी. इसके बाद केंद्र सरकार की ओर से सभी सरकारी कर्मचारियों को महंगाई भत्ता दिया जाने लगा. इसी तरह राज्य सरकारें भी राज्य कर्मचारियों को महंगाई भत्ता देती है.