कोरोना संक्रमण से उपजी परिस्थितियों के कारण पूरी दुनिया में आर्थिक मंदी छाई हुई है। विभिन्न आर्थिक एजेंसियों ने इस दौरान भारत के आर्थिक विकास में भारी कमी होने का अनुमान लगाया है।
लेकिन मंदी के इस दौर में भी दिल्ली आईआईटी के छात्रों को देशी-विदेशी कंपनियों से रिकॉर्ड जॉब के ऑफर मिले हैं। जानकारी के मुताबिक कैंपस प्लेसमेंट सीजन के खत्म होने तक 1100 से अधिक छात्रों को विभिन्न राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने नौकरी देने का प्रस्ताव दिया है।
लगभग 430 कंपनियों ने छात्रों को यह अवसर उपलब्ध कराया है। संस्थान ने अपने यहां नौकरी पाए छात्रों में सबसे ऊंचे पैकेज की जानकारी देने से इंकार किया है।
जानकारी के मुताबिक जिन छात्रों ने आईआईटी के कैंपस प्लेसमेंट सुविधा का लाभ लेने के लिए स्वयं को नामित किया था, उनमें 85 फीसदी से अधिक छात्रों को नौकरियां मिल गई हैं।
कुल छात्रों में लगभग सौ छात्रों की प्लेसमेंट ऑनलाइन कैंपस सिलेक्शन के जरिए हुआ है क्योंकि इस दौरान देश में लॉकडाउन लागू कर दिया गया था, जिसके कारण लोगों की आवाजाही पूरी तरह ठप पड़ गई थी।
शैक्षिक सत्र 2019-20 के इस कैंपस सिलेक्शन में सबसे ज्यादा 31 फीसदी छात्रों को कोर विषयों में नियुक्तियां मिली हैं, जबकि आईटी इस मामले में 23 फीसदी हिस्से के साथ दूसरे नंबर पर रहा है।
इसके अलावा 13 फीसदी छात्रों को एनालिटिक्स, नौ फीसदी को कंसल्टिंग, सात फीसदी को मैनेजमेंट और तीन फीसदी को आर्थिक क्षेत्र में काम करने के लिए नौकरी मिली है।
इस प्लेसमेंट पर टिप्पणी करते हुए प्रो. एस धर्मराजा ने कहा है कि दिल्ली आईआईटी ने नौकरियों को देने के मामले में अपना ही पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस वर्ष पिछले साल की तुलना में चार फीसदी अधिक नौकरियां मिली हैं।