कुरुक्षेत्र, ( सुरेशपाल सिंहमार ) । राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय प्रतापगढ़ में वसुधैव कुटुंबकम संस्कृति सेवा आयाम एवं प्रेरणा कुरुक्षेत्र के संयुक्त तत्वावधान में पर्यावरण प्रहरी पुरस्कार वितरण समारोह 2020 का आयोजन किया गया जिसमें थानेसर के विधायक सुभाष सुधा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि सुभाष सुधा ने युवा नेता साहिल सुधा, विशिष्ट अतिथि अरुण आश्री, खंड शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक, कार्यक्रम अध्यक्ष एवं विद्यालय प्राचार्य अमरजीत शर्मा, कार्यक्रम संयोजक एवं इको क्लब खंड संयोजक डॉ तरसेम कौशिक तथा एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर डॉ केवल कृष्ण के साथ मिलकर पर्यावरण के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने वाले 21 शिक्षकों व अन्य पर्यावरण प्रेमियों को पर्यावरण प्रहरी सम्मान 2020 देकर सम्मानित किया जिसमें लिपिक टिक्का सिंह, बंसीलाल, डॉ महावीर कौशल, अनिल गर्ग, अलकेश मौदगिल, ओम दत्त, रवि गुप्ता, विवेक शर्मा, डॉ सुनील वत्स, मदन, सुनीता सैनी, तरसेम पाल व प्रतापगढ़ के सरपंच सतपाल सिंह इत्यादि शामिल रहे।
मुख्य अतिथि सुभाष सुधा ने सभी पर्यावरण प्रेमियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज चहुँओर प्रदूषण का बोलबाला है जिसके कारण वैश्विक उष्णन व जलवायु परिवर्तन जैसी भयावह समस्याओं ने हमें घेरा हुआ है।
अतः यह हम सभी का उत्तरदायित्व बनता है कि हम अपने पर्यावरण को संरक्षित व संवर्धित करने के लिए पौधारोपण करें। उन्होंने विद्यालय परिसर में मौलश्री व अन्य छायादार पौधे भी रोपित किए। प्राचार्य अमरजीत शर्मा ने मुख्य अतिथि सुभाष सुधा, विशिष्ट अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी अरुण आश्री एवं खंड शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक एवं सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि पौधारोपण दैवीय कार्य है क्योंकि पौधे एक तरफ जहाँ हमारे पर्यावरण को शुद्ध करते हैं दूसरी ओर हमें प्राणवायु भी प्रदान करते हैं। जिला शिक्षा अधिकारी अरुण आश्री ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि सभी को मानसून सीजन में अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए तथा उनकी देखभाल भी करनी चाहिए ताकि हमारा पारिस्थितिकी तंत्र संतुलित हो सके। विनोद कौशिक ने कहा कि पौधे एक दो वर्ष की देखभाल ही मानते है उसके पश्चात वो जीवन भर हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं।
अतः सभी को ज्यादा से ज्यादा पौधे रोपित करने चाहिए। कार्यक्रम संयोजक डॉ तरसेम कौशिक ने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण व संवर्द्धन करना हमारा प्रथम मौलिक दायित्व होना चाहिए अन्यथा पौधों के बिना हमारी वसुधंरा पंचतत्वों से विहीन हो जाएगी। मंच का संचालन डॉ केवल कृष्ण ने किया।